तथा सागर को अपनी दशा पर ठहरा हुआ छोड़ दे। निःसंदेह वे एक ऐसी सेना हैं, जो डुबोए जाने वाले हैं।
सूरा अद-दुख़ान आयत 24 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Ad-Dukhan verse 24 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Dukhan ayat 17 which provides the complete commentary from verse 17 through 33.
सूरा अद-दुख़ान आयत 24 तफ़सीर (टिप्पणी)