लिप्यंतरण:( Ahum khayrun am qawmu Tubba'inw wallazeena min qablihim; ahlaknaahum innahum kaanoo mujrimeen )
6. तुब्बा' की जाति से अभिप्राय यमन की जाति सबा है। जिसके विनाश का वर्णन सूरत सबा में किया गया है। तुब्बा' ह़िम्यर जाति के शासकों की उपाधि थी जिसे उनकी अवज्ञा के कारण ध्वस्त कर दिया गया। (देखिए : सूरत सबा की आयत : 15 से 19 तक।)
The tafsir of Surah Ad-Dukhan verse 37 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Dukhan ayat 34 which provides the complete commentary from verse 34 through 37.
सूरा अद-दुख़ान आयत 37 तफ़सीर (टिप्पणी)