लिप्यंतरण:( Illaa mar rahimal laah' innahoo huwal 'azeezur raheem )
किंतु जिसपर अल्लाह ने दया की, निःसंदेह वही सबपर प्रभुत्वशाली, अत्यंत दयावान है।
सूरा अद-दुख़ान आयत 42 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Ad-Dukhan verse 42 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Dukhan ayat 38 which provides the complete commentary from verse 38 through 42.
सूरा अद-दुख़ान आयत 42 तफ़सीर (टिप्पणी)