लिप्यंतरण:( Laa yazooqoona feehal mawtaa illal mawtatal oolaa wa waqaahum 'azaabal jaheem )
9. ह़दीस में है कि जब स्वर्गी स्वर्ग में और नारकी नरक में चले जाएँगे, तो मौत को स्वर्ग और नरक के बीच लाकर वध कर दिया जाएगा। और एलान कर दिया जाएगा कि अब मौत नहीं होगी। जिससे स्वर्गी प्रसन्न हो जाएँगे और नारकियों को शोक पर शोक हो जाएगा। (सह़ीह़ बुख़ारी : 6548, सह़ीह़ मुस्लिम : 2850)
The tafsir of Surah Ad-Dukhan verse 56 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Dukhan ayat 51 which provides the complete commentary from verse 51 through 59.
सूरा अद-दुख़ान आयत 56 तफ़सीर (टिप्पणी)