लिप्यंतरण:( Fadlam mir rabbik; zaalika huwal fawzul 'azeem )
आपके पालनहार की ओर से अनुग्रह के कारण। यही बहुत बड़ी सफलता है।
सूरा अद-दुख़ान आयत 57 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Ad-Dukhan verse 57 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Dukhan ayat 51 which provides the complete commentary from verse 51 through 59.
सूरा अद-दुख़ान आयत 57 तफ़सीर (टिप्पणी)