Quran Quote  : 

कुरान मजीद-6:82 सुरा अल-अनआम हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

ٱلَّذِينَ ءَامَنُواْ وَلَمۡ يَلۡبِسُوٓاْ إِيمَٰنَهُم بِظُلۡمٍ أُوْلَـٰٓئِكَ لَهُمُ ٱلۡأَمۡنُ وَهُم مُّهۡتَدُونَ

लिप्यंतरण:( Allazeena aamanoo wa lam yalbisooo eemaanahum bizulmin ulaaa'ika lahumul amnu wa hum muhtadoon )

जो लोग ईमान लाए और उन्होंने अपने ईमान को अत्याचार (शिर्क) के साथ नहीं मिलाया[57], यही लोग हैं जिनके लिए शांति है तथा वही मार्गदर्शन पाने वाले हैं।

सूरा अल-अनआम आयत 82 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

57. ह़दीस में है कि जब यह आयत उतरी तो नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के साथियों ने कहा : हममें कौन है जिसने अत्याचार न किया हो? उस समय वह आयत उतरी, जिसका अर्थ यह है कि निश्चय शिर्क (मिश्रणवाद) ही सबसे बड़ा अत्याचार है। (सह़ीह़ बुख़ारी : 4629)

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Al-Anam verse 82 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Anam ayat 80 which provides the complete commentary from verse 80 through 83.

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