लिप्यंतरण:( Zaalikum fazooqoohu wa anna lilkaafireena 'azaaban Naar )
यह है (तुम्हारी यातना), तो इसका स्वाद चखो और (जान लो कि) निःसंदेह काफ़िरों के लिए जहन्नम की यातना (भी) है।
सूरा अल-अन्फ़ाल आयत 14 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Al-Anfal verse 14 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Anfal ayat 11 which provides the complete commentary from verse 11 through 14.
सूरा अल-अन्फ़ाल आयत 14 तफ़सीर (टिप्पणी)