Quran Quote  : 

कुरान मजीद-8:39 सुरा अल-अन्फ़ाल हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

وَقَٰتِلُوهُمۡ حَتَّىٰ لَا تَكُونَ فِتۡنَةٞ وَيَكُونَ ٱلدِّينُ كُلُّهُۥ لِلَّهِۚ فَإِنِ ٱنتَهَوۡاْ فَإِنَّ ٱللَّهَ بِمَا يَعۡمَلُونَ بَصِيرٞ

लिप्यंतरण:( Wa qaatiloohum hattaa laa takoona fitnatunw wa yakoonaddeenu kulluhoo lillaah; fainin tahaw fa innallaaha bimaa ya'maloona Baseer )

तथा उनसे युद्ध करो, यहाँ तक कि कोई फ़ितना[18] न रह जाए और धर्म पूरा का पूरा अल्लाह के लिए हो जाए। फिर यदि वे बाज़ आ जाएँ, तो निःसंदेह अल्लाह जो कुछ वे कर रहे हैं, उसे खूब देखने वाला है।

सूरा अल-अन्फ़ाल आयत 39 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

18. इब्ने उमर (रज़ियल्लाहु अन्हुमा) ने कहा : नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) मुश्रिकों से उस समय युद्ध कर रहे थे जब मुसलमान कम थे। और उन्हें अपने धर्म के कारण सताया, मारा और बंदी बना लिया जाता था। (सह़ीह़ बुख़ारी : 4650, 4651)

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Al-Anfal verse 39 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Anfal ayat 38 which provides the complete commentary from verse 38 through 40.

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