लिप्यंतरण:( Yureedu ai yukhrijakum min ardikum famaazaa ta'muroon )
वह चाहता है कि तुम्हें तुम्हारी धरती से निकाल दे, तो तुम क्या आदेश देते हो?
सूरा अल-आराफ़ आयत 110 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Al-A’raf verse 110 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah A’raf ayat 109 which provides the complete commentary from verse 109 through 110.
सूरा अल-आराफ़ आयत 110 तफ़सीर (टिप्पणी)