Quran Quote  :  We do not lay a burden on anyone beyond his capacity. -

कुरान मजीद-7:17 सुरा अल-आराफ़ हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

ثُمَّ لَأٓتِيَنَّهُم مِّنۢ بَيۡنِ أَيۡدِيهِمۡ وَمِنۡ خَلۡفِهِمۡ وَعَنۡ أَيۡمَٰنِهِمۡ وَعَن شَمَآئِلِهِمۡۖ وَلَا تَجِدُ أَكۡثَرَهُمۡ شَٰكِرِينَ

लिप्यंतरण:( Summa la aatiyannahum mim baini aideehim wa min khalfihim wa 'an aimaanihim wa 'an shamaaa'ilihim wa laa tajidu aksarahum shaakireen )

फिर मैं उनके पास उनके आगे से, उनके पीछे से, उनके दाएँ से और उनके बाएँ से आऊँगा। और तू उनमें से अधिकतर लोगों को शुक्र करने वाला नहीं पाएगा।[6]

सूरा अल-आराफ़ आयत 17 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

6. शैतान ने अपना विचार सच कर दिखाया और अधिकतर लोग उसके जाल में फंस कर शिर्क जैसे महा पाप में पड़ गए। (देखिए : सूरत सबा, आयत : 20)

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Al-A’raf verse 17 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah A’raf ayat 16 which provides the complete commentary from verse 16 through 17.

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