Quran Quote  : 

कुरान मजीद-7:202 सुरा अल-आराफ़ हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

وَإِخۡوَٰنُهُمۡ يَمُدُّونَهُمۡ فِي ٱلۡغَيِّ ثُمَّ لَا يُقۡصِرُونَ

लिप्यंतरण:( Wa ikhwaanuhum yamuddoonahum fil ghayyi thumma laa yuqsiroon )

और जो उन (शैतानों) के भाई हैं, वे उन्हें गुमराही में बढ़ाते रहते हैं, फिर वे (उन्हें गुमराह करने में) तनिक भी कमी नहीं करते।

सूरा अल-आराफ़ आयत 202 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Al-A’raf verse 202 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah A’raf ayat 201 which provides the complete commentary from verse 201 through 202.

Sign up for Newsletter