लिप्यंतरण:( Yaa Banee Aadama immaa ya'tiyannakum Rusulum minkum yaqussoona 'alaikum Aayaatee famanit taqaa wa aslaha falaa khawfun 'alaihim wa laa hum yahzanoon )
14. इस आयत में मानव जाति के मार्गदर्शन के लिए समय-समय पर रसूलों के आने के बारे में सूचित किया गया है और बताय जा रहा है कि अब इसी नियमानुसार अंतिम रसूल मुह़म्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम आ गए हैं। अतः उनकी बात मान लो, अन्यथा इसका परिणाम स्वयं तुम्हारे सामने आ जाएगा।
The tafsir of Surah Al-A’raf verse 35 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah A’raf ayat 34 which provides the complete commentary from verse 34 through 36.
सूरा अल-आराफ़ आयत 35 तफ़सीर (टिप्पणी)