Quran Quote  : 

कुरान मजीद-7:69 सुरा अल-आराफ़ हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

أَوَعَجِبۡتُمۡ أَن جَآءَكُمۡ ذِكۡرٞ مِّن رَّبِّكُمۡ عَلَىٰ رَجُلٖ مِّنكُمۡ لِيُنذِرَكُمۡۚ وَٱذۡكُرُوٓاْ إِذۡ جَعَلَكُمۡ خُلَفَآءَ مِنۢ بَعۡدِ قَوۡمِ نُوحٖ وَزَادَكُمۡ فِي ٱلۡخَلۡقِ بَصۜۡطَةٗۖ فَٱذۡكُرُوٓاْ ءَالَآءَ ٱللَّهِ لَعَلَّكُمۡ تُفۡلِحُونَ

लिप्यंतरण:( Awa 'ajibtum an jaaa'akum zikrum mir Rabbikum 'alaa rajulim minkum liyunzirakum; wazkurooo iz ja'alakum khulafaaa'a mim ba'di qawmi noohinw wa zaadakum filkhalqi bastatan fazkurooo aalaaa'al laahi la'allakum tuflihoon )

क्या तुम्हें इस पार आश्चर्य हुआ कि तुम्हारे पास तुम्हारे पालनहार की ओर से तुम्हीं में से एक आदमी पर नसीहत आई, ताकि वह तुम्हें डराए तथा याद करो, जब उसने तुम्हें नूह़ की जाति के बाद उत्तराधिकारी बनाया और तुम्हें डील-डौल में भारी-भरकम बनाया। अतः अल्लाह की नेमतों को याद[29] करो, ताकि तुम्हें सफलता प्राप्त हो।

सूरा अल-आराफ़ आयत 69 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

29. अर्थात उसके आज्ञाकारी तथा कृतज्ञ बनो।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Al-A’raf verse 69 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah A’raf ayat 65 which provides the complete commentary from verse 65 through 69.

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