Quran Quote  : 

कुरान मजीद-2:113 सुरा अल-बकरा हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

وَقَالَتِ ٱلۡيَهُودُ لَيۡسَتِ ٱلنَّصَٰرَىٰ عَلَىٰ شَيۡءٖ وَقَالَتِ ٱلنَّصَٰرَىٰ لَيۡسَتِ ٱلۡيَهُودُ عَلَىٰ شَيۡءٖ وَهُمۡ يَتۡلُونَ ٱلۡكِتَٰبَۗ كَذَٰلِكَ قَالَ ٱلَّذِينَ لَا يَعۡلَمُونَ مِثۡلَ قَوۡلِهِمۡۚ فَٱللَّهُ يَحۡكُمُ بَيۡنَهُمۡ يَوۡمَ ٱلۡقِيَٰمَةِ فِيمَا كَانُواْ فِيهِ يَخۡتَلِفُونَ

लिप्यंतरण:( Wa qaalatil Yahoodu laisatin Nasaaraa 'alaa shai'inw-wa qaalatin Nasaaraaa laisatil Yahoodu 'alaa shai'inw'wa hum yatloonal Kitaab; kazaalika qaalal lazeena la ya'lamoona misla qawlihim; fallaahu yahkumu bainahum Yawmal Qiyaamati feemaa kaanoo feehi yakhtalifoon )

तथा यहूदियों ने कहा कि ईसाई किसी चीज़ पर नहीं हैं और ईसाइयों ने कहा कि यहूदी किसी चीज़ पर नहीं हैं। हालाँकि वे पुस्तक[55] पढ़ते हैं। इसी तरह उन लोगों ने भी जो कुछ ज्ञान नहीं रखते,[56] उनकी बात जैसी बात कही। अब अल्लाह उनके बीच क़ियामत के दिन उस बारे में फैसला करेगा, जिसमें वे मतभेद किया करते थे।

सूरा अल-बकरा आयत 113 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

55. अर्थात तौरात तथा इंजील जिसमें सब नबियों पर ईमान लाने का आदेश दिया गया है। 56. धर्म पुस्तक से अज्ञान अरब थे, जो यह कहते थे कि मुह़म्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के पास कुछ नहीं है।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Baqarah verse 113 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Baqarah ayat 111 which provides the complete commentary from verse 111 through 113.

Sign up for Newsletter