Quran Quote  : 

कुरान मजीद-48:5 Surah Al-fath हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

لِّيُدۡخِلَ ٱلۡمُؤۡمِنِينَ وَٱلۡمُؤۡمِنَٰتِ جَنَّـٰتٖ تَجۡرِي مِن تَحۡتِهَا ٱلۡأَنۡهَٰرُ خَٰلِدِينَ فِيهَا وَيُكَفِّرَ عَنۡهُمۡ سَيِّـَٔاتِهِمۡۚ وَكَانَ ذَٰلِكَ عِندَ ٱللَّهِ فَوۡزًا عَظِيمٗا

लिप्यंतरण:( Liyudkhilal mu'mineena walmu'minaati jannaatin tajree min tahtihal anhaaru khaalideena feehaa wa yukaffira 'anhum saiyi aatihim; wa kaana zaalika 'indal laahi fawzan 'azeemaa )

ताकि वह ईमान वाले पुरुषों तथा ईमान वाली स्त्रियों को ऐसे बागों में दाखिल करे, जिनके नीचे से नहरें बहती हैं, वे उनमें सदैव रहेंगे। तथा उनसे उनकी बुराइयाँ दूर कर दे और यह अल्लाह के निकट हमेशा बड़ी कामयाबी है।

सूरा Al-Fathआयत 5 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • ख़ज़ाएनुल इरफ़ान

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Fath verse 5 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Fath ayat 4 which provides the complete commentary from verse 4 through 7.

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