लिप्यंतरण:( Wa in jaadalooka faqulil laahu a'lamu bimaa ta'maloon )
और यदि वे आपसे विवाद करें, तो कह दें कि अल्लाह तुम्हारे कर्मों से भली-भाँति अवगत है।
सूरा अल-हज्ज आयत 68 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Al-Hajj verse 68 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Hajj ayat 67 which provides the complete commentary from verse 67 through 69.
सूरा अल-हज्ज आयत 68 तफ़सीर (टिप्पणी)