लिप्यंतरण:( Halaka 'annee sultaaniyah )
5. इसका दूसरा अर्थ यह भी हो सकता है कि परलोक के इनकार पर जितने तर्क दिया करता था आज सब निष्फल हो गए।
The tafsir of Surah Al-Haqqah verse 29 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Haqqah ayat 25 which provides the complete commentary from verse 25 through 37.
सूरा अल-हाक़्क़ा आयत 29 तफ़सीर (टिप्पणी)