लिप्यंतरण:( Wa laa biqawli kaahin; qaleelan maa tazakkaroon )
और न किसी काहिन की वाणी है, तुम बहुत कम शिक्षा ग्रहण करते हो।
सूरा अल-हाक़्क़ा आयत 42 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Al-Haqqah verse 42 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Haqqah ayat 38 which provides the complete commentary from verse 38 through 43.
सूरा अल-हाक़्क़ा आयत 42 तफ़सीर (टिप्पणी)