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कुरान मजीद-69:50 सुरा अल-हाक़्क़ा हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

وَإِنَّهُۥ لَحَسۡرَةٌ عَلَى ٱلۡكَٰفِرِينَ

लिप्यंतरण:( Wa innahu lahasratun 'alal kaafireen )

और निःसंदेह वह निश्चित रूप से काफ़िरों[8] के लिए पछतावे का कारण है।

सूरा अल-हाक़्क़ा आयत 50 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

8. अर्थात जो क़ुरआन को नहीं मानते, वे अंततः पछताएँगे।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Al-Haqqah verse 50 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Haqqah ayat 44 which provides the complete commentary from verse 44 through 52.

सूरा अल-हाक़्क़ा सभी आयत (छंद)

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