Quran Quote  : 

कुरान मजीद-59:14 Surah Al-hashr हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

لَا يُقَٰتِلُونَكُمۡ جَمِيعًا إِلَّا فِي قُرٗى مُّحَصَّنَةٍ أَوۡ مِن وَرَآءِ جُدُرِۭۚ بَأۡسُهُم بَيۡنَهُمۡ شَدِيدٞۚ تَحۡسَبُهُمۡ جَمِيعٗا وَقُلُوبُهُمۡ شَتَّىٰۚ ذَٰلِكَ بِأَنَّهُمۡ قَوۡمٞ لَّا يَعۡقِلُونَ

लिप्यंतरण:( Laa yuqaatiloonakum jamee'an illaa fee quram muhas sanatin aw minw waraaa'i judur; baasuhum bainahum shadeed; tahsabuhum jamee'anw-wa quloobuhum shatta; zaalika biannahum qawmul laa ya'qiloon )

वे तुमसे एकत्रित होकर युद्ध नहीं करेंगे, परंतु क़िलेबंद बस्तियों में या दीवारों के पीछे से। उनकी आपस की लड़ाई बहुत सख़्त है। आप उन्हें एकजुट समझते हैं, जबकि उनके दिल अलग-अलग हैं। यह इसलिए कि वे ऐसे लोग हैं, जो बुद्धि नहीं रखते।

सूरा Al-Hashrआयत 14 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • ख़ज़ाएनुल इरफ़ान

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Hashr verse 14 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Hashr ayat 11 which provides the complete commentary from verse 11 through 17.

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