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कुरान मजीद-59:23 Surah Al-hashr हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

هُوَ ٱللَّهُ ٱلَّذِي لَآ إِلَٰهَ إِلَّا هُوَ ٱلۡمَلِكُ ٱلۡقُدُّوسُ ٱلسَّلَٰمُ ٱلۡمُؤۡمِنُ ٱلۡمُهَيۡمِنُ ٱلۡعَزِيزُ ٱلۡجَبَّارُ ٱلۡمُتَكَبِّرُۚ سُبۡحَٰنَ ٱللَّهِ عَمَّا يُشۡرِكُونَ

लिप्यंतरण:( Huwal-laahul-lazee laaa Ilaaha illaa Huwal-Malikul Quddoosus-Salaamul Muminul Muhaiminul-'aAzeezul Jabbaarul-Mutakabbir; Subhaanal laahi 'Ammaa yushrikoon )

वह अल्लाह ही है, जिसके अतिरिक्त कोई सच्चा पूज्य[10] नहीं, वह बादशाह है, अत्यंत पवित्र, हर दोष से मुक्त, पुष्टि करने वाला, निगरानी करने वाला, प्रभुत्वशाली, शक्तिशाली, बहुत बड़ाई वाला है। पवित्र है अल्लाह उससे, जो वे (उसका) साझी बनाते हैं।

सूरा Al-Hashrआयत 23 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • ख़ज़ाएनुल इरफ़ान

10. इन आयतों में अल्लाह के शुभ नामों और गुणों का वर्णन करके बताया गया है कि वह अल्लाह कैसा है जिसने यह क़ुरआन उतारा है। इस आयत में अल्लाह के ग्यारह शुभ नामों का वर्णन है। ह़दीस में है कि अल्लाह के निन्नानवे नाम ऐसे हैं कि जो उन्हें गिनेगा तो वह स्वर्ग में जाएगा। (सह़ीह़ बुख़ारी : 7392, सह़ीह़ मुस्लिम : 2677)

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Hashr verse 23 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Hashr ayat 21 which provides the complete commentary from verse 21 through 24.

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