लिप्यंतरण:( Wa innahaa labi sabeelim muqeem )
17. अर्थात जो सार्वजनिक मार्ग ह़िजाज़ (मक्का) से शाम को जाता है। यह शिक्षाप्रद बस्ती उसी मार्ग में आती है, जिससे तुम गुज़रते हुए शाम जाते हो।
सूरा अल-हिज्र आयत 76 तफ़सीर (टिप्पणी)