Quran Quote  : 

कुरान मजीद-49:5 सुरा अल-हुजुरात हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

وَلَوۡ أَنَّهُمۡ صَبَرُواْ حَتَّىٰ تَخۡرُجَ إِلَيۡهِمۡ لَكَانَ خَيۡرٗا لَّهُمۡۚ وَٱللَّهُ غَفُورٞ رَّحِيمٞ

लिप्यंतरण:( Wa law annahum sabaroo hatta takhruja ilaihim lakaana khairal lahum; wallaahu Ghafoorur Raheem )

और यदि वे धैर्य[3] रखते, यहाँ तक कि आप खुद ही उनकी ओर निकलकर आते, तो निश्चय यह उनके लिए बेहतर होता। तथा अल्लाह बड़ा क्षमा करने वाला, अत्यंत दयावान् है।

सूरा अल-हुजुरात आयत 5 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

3. ह़दीस में है कि अक़रअ बिन ह़ाबिस (रज़ियल्लाहु अन्हु) नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के पास आए और कहा : ऐ मुह़म्मद! बाहर निकलिए। उसी पर यह आयत उतरी। (मुसनद अह़मद : 3/588, 6/394)

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Hujurat verse 5 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Hujurat ayat 4 which provides the complete commentary from verse 4 through 6.

सूरा अल-हुजुरात सभी आयत (छंद)

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