Quran Quote  : 

कुरान मजीद-3:68 सुरा आल-ए-इमरान हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

إِنَّ أَوۡلَى ٱلنَّاسِ بِإِبۡرَٰهِيمَ لَلَّذِينَ ٱتَّبَعُوهُ وَهَٰذَا ٱلنَّبِيُّ وَٱلَّذِينَ ءَامَنُواْۗ وَٱللَّهُ وَلِيُّ ٱلۡمُؤۡمِنِينَ

लिप्यंतरण:( Innaa awlan naasi bi Ibraaheema lallazeenat taba 'oohu wa haazan nabiyyu wallazeena aamanoo; wallaahu waliyyul mu'mineen )

निःसंदेह लोगों में इबराहीम से सबसे अधिक निकट निश्चय वही लोग हैं, जिन्होंने उनका अनुसरण किया तथा यह नबी[33] और वे लोग जो ईमान लाए। और अल्लाह ही ईमान वालों का दोस्त (संरक्षक) है।

सूरा आल-ए-इमरान आयत 68 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

33. अर्थात मुह़म्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम और आपके अनुयायी।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Imran verse 68 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Imran ayat 65 which provides the complete commentary from verse 65 through 68.

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