Quran Quote  : 

कुरान मजीद-84:25 सुरा अल-इन्शिक़ाक़ हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

إِلَّا ٱلَّذِينَ ءَامَنُواْ وَعَمِلُواْ ٱلصَّـٰلِحَٰتِ لَهُمۡ أَجۡرٌ غَيۡرُ مَمۡنُونِۭ

लिप्यंतरण:( Illal lazeena aamanoo wa 'amilus saalihaati lahum ajrun ghairu mamnoon )

परंतु जो लोग ईमान लाए तथा उन्होंने सत्कर्म किए, उनके लिए कभी न समाप्त होने वाला बदला है।[4]

सूरा अल-इन्शिक़ाक़ आयत 25 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

4. (22-25) इन आयतों में उनके लिए चेतावनी है, जो इन स्वभाविक साक्ष्यों के होते हुए क़ुरआन को न मानने पर अड़े हुए हैं। और उनके लिए शुभ सूचना है जो इसे मानकर विश्वास (ईमान) तथा सुकर्म की राह पर अग्रसर हैं।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Inshiqaq verse 25 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Inshiqaq ayat 16 which provides the complete commentary from verse 16 through 25.

सूरा अल-इन्शिक़ाक़ सभी आयत (छंद)

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