Quran Quote  : 

कुरान मजीद-45:29 सुरा अल-जासिया हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

هَٰذَا كِتَٰبُنَا يَنطِقُ عَلَيۡكُم بِٱلۡحَقِّۚ إِنَّا كُنَّا نَسۡتَنسِخُ مَا كُنتُمۡ تَعۡمَلُونَ

लिप्यंतरण:( Haazaa kitaabunaa yantiqu 'alaikum bilhaqq; innaa kunnaa nastansikhu maa kuntum ta'maloon )

यह हमारी किताब है, जो तुम्हारे बारे में सच-सच बोलती है। निःसंदेह हम लिखवाते जाते थे, जो कुछ तुम करते थे।

सूरा अल-जासिया आयत 29 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Jathiya verse 29 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Jathiya ayat 27 which provides the complete commentary from verse 27 through 29.

सूरा अल-जासिया सभी आयत (छंद)

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