Quran Quote  : 

कुरान मजीद-45:3 सुरा अल-जासिया हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

إِنَّ فِي ٱلسَّمَٰوَٰتِ وَٱلۡأَرۡضِ لَأٓيَٰتٖ لِّلۡمُؤۡمِنِينَ

लिप्यंतरण:( Innaa fis samaawaati wal ardi la Aayaatil lilmu'mineen )

निःसंदेह आकाशों तथा धरती में ईमानवालों के लिए बहुत-सी निशानियाँ हैं।

सूरा अल-जासिया आयत 3 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Jathiya verse 3 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Jathiya ayat 1 which provides the complete commentary from verse 1 through 5.

सूरा अल-जासिया सभी आयत (छंद)

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