Quran Quote  : 

कुरान मजीद-45:37 सुरा अल-जासिया हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

وَلَهُ ٱلۡكِبۡرِيَآءُ فِي ٱلسَّمَٰوَٰتِ وَٱلۡأَرۡضِۖ وَهُوَ ٱلۡعَزِيزُ ٱلۡحَكِيمُ

लिप्यंतरण:( Wa lahul kibriyaaa'u fissamaawaati wal ardi wa Huwal 'Azeezul Hakeem (section 4) (End Juz 25) )

तथा उसी के लिए आकाशों और धरती में सारी महानता[12] है और वही सबपर प्रभुत्वशाली, पूर्ण हिकमत वाला है।

सूरा अल-जासिया आयत 37 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

12. अर्थात महिमा और बड़ाई अल्लाह के लिए विशिष्ट है। जैसाकि एक ह़दीसे-क़ुद्सी में अल्लाह तआला ने फरमाया है कि महिमा मेरी चादर है तथा बड़ाई मेरा तहबंद है। और जो भी इन दोनों में से किसी एक को मुझसे खींचेगा तो मैं उसे नरक में फेंक दूँगा। (सह़ीह़ मुस्लिम : 2620)

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Jathiya verse 37 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Jathiya ayat 30 which provides the complete commentary from verse 30 through 37.

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