Quran Quote  : 

कुरान मजीद-45:8 सुरा अल-जासिया हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

يَسۡمَعُ ءَايَٰتِ ٱللَّهِ تُتۡلَىٰ عَلَيۡهِ ثُمَّ يُصِرُّ مُسۡتَكۡبِرٗا كَأَن لَّمۡ يَسۡمَعۡهَاۖ فَبَشِّرۡهُ بِعَذَابٍ أَلِيمٖ

लिप्यंतरण:( Yasma'u Aayaatil laahi tutlaa 'alaihi summa yusirru mustakbiran ka-al lam yasma'haa fabashshirhu bi'azaabin aleem )

जो अल्लाह की आयतों को सुनता है, जबकि वे उसके सामने पढ़ी जाती हैं, फिर वह घमंड करते हुए अडिग रहता है, जैसे कि उसने उन्हें नहीं सुना, तो उसे दर्दनाक यातना की शुभ-सूचना दे दो।

सूरा अल-जासिया आयत 8 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Jathiya verse 8 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Jathiya ayat 6 which provides the complete commentary from verse 6 through 11.

सूरा अल-जासिया सभी आयत (छंद)

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