आप कह दें : मैं तो केवल अपने पालनहार को पुकारता हूँ और उसके साथ किसी को साझी नहीं ठहराता।
सूरा अल-जिन आयत 20 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Jinn verse 20 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Jinn ayat 18 which provides the complete commentary from verse 18 through 24.
सूरा अल-जिन आयत 20 तफ़सीर (टिप्पणी)