वही ग़ैब (प्रोक्ष) का जानने वाला है। वह अपने ग़ैब (प्रोक्ष) को किसी पर प्रकट नहीं करता।
सूरा Al-Jinnआयत 26 तफ़सीर (टिप्पणी)
ख़ज़ाएनुल इरफ़ान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Jinn verse 26 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Jinn ayat 25 which provides the complete commentary from verse 25 through 28.
सूरा Al-Jinnआयत 26 तफ़सीर (टिप्पणी)