लिप्यंतरण:( Liya'lama an qad ablaghoo risaalaati rabbihim wa ahaata bi maa ladaihim wa ahsaa kulla shai'in 'adada )
6. अर्थात वह रसूलों की दशा को जानता है। उसने प्रत्येक चीज़ को गिन रखा है, ताकि रसूलों के संदेश पहुँचाने में कोई कमी-बेशी न हो। इसलिए लोगों को रसूलों की बातें मान लेनी चाहिए।
The tafsir of Surah Jinn verse 28 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Jinn ayat 25 which provides the complete commentary from verse 25 through 28.
सूरा Al-Jinnआयत 28 तफ़सीर (टिप्पणी)