Quran Quote  : 

कुरान मजीद-5:79 सुरा अल-मायदा हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

كَانُواْ لَا يَتَنَاهَوۡنَ عَن مُّنكَرٖ فَعَلُوهُۚ لَبِئۡسَ مَا كَانُواْ يَفۡعَلُونَ

लिप्यंतरण:( Kaanoo laa yatanaahawna 'am munkarin fa'alooh; labi'sa maa kaanoo yafa'loon )

वे एक-दूसरे को किसी बुराई से, जो उन्होंने की होती, रोकते न थे। निःसंदेह बहुत बुरा था, जो वे किया करते थे।[51]

सूरा अल-मायदा आयत 79 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

51. इस आयत में उनपर धिक्कार का कारण बताया गया है।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Maidah verse 79 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Maidah ayat 78 which provides the complete commentary from verse 78 through 81.

सूरा अल-मायदा सभी आयत (छंद)

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