लिप्यंतरण:( Yaaa aiyuhal lazeena aamaanoo koonoo qawwaa meena lillaahi shuhadaaa'a bilqist, wa laa yajrimannakum shana aanu qawmin 'alaaa allaa ta'diloo; i'diloo; huwa aqrabu littaqwaa wattaqul laah; innal laaha khabeerum bimaa ta'maloon )
13. ह़दीस में है कि नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने कहा : जो न्याय करते हैं, वे अल्लाह के पास नूर (प्रकाश) के मंच पर उसके दाईं ओर रहेंगे, - और उसके दोनों हाथ दाएँ हैं - जो अपने आदेश तथा अपने परिजनों और जो उनके अधिकार में हो, में न्याय करते हैं। (सह़ीह़ मुस्लिम : 1827)
The tafsir of Surah Maidah verse 8 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Maidah ayat 7 which provides the complete commentary from verse 7 through 11.
सूरा अल-मायदा आयत 8 तफ़सीर (टिप्पणी)