लिप्यंतरण:( Allazeena hum yuraaa'oon )
एक व्यक्ति नमाज़ (प्रार्थना) को भूलने या नज़रअंदाज़ करने के कई तरीके होते हैं। इनमें शामिल हैं:
नमाज़ में आलस्य के संकेत (Impressions of Laziness in Salaah)
इसी कारण से, फिकह के विद्वान कहते हैं कि नमाज़ में आलस्य के कुछ संकेतों के साथ प्रार्थना करना मना है, आस्तीन मोड़ना, सिर या कंधे पर रुमाल रखना, या शर्ट के बटन खोल छोड़ना। ये क्रियाएँ उदासीनता और इज्जत की कमी को दर्शाती हैं।
नमाज़ का महत्व (The Significance of Salaah)
यह महत्वपूर्ण है कि हम यह याद रखें कि नमाज़ सिर्फ एक शारीरिक पूजा का कार्य नहीं है; यह अल्लाह तआला की पूजा है, इस्लाम का एक अहम स्तंभ है, और इसे अदा करने वाले के लिए इनाम प्राप्त करने का एक साधन है। यह तीन महत्वपूर्ण तरीकों से जुड़ी हुई है:
The tafsir of Surah Maun verse 6 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Maun ayat 1 which provides the complete commentary from verse 1 through 7.
सूरा आयत 6 तफ़सीर (टिप्पणी)