Quran Quote  : 

कुरान मजीद-77:30 सुरा अल-मुर्सलात हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

ٱنطَلِقُوٓاْ إِلَىٰ ظِلّٖ ذِي ثَلَٰثِ شُعَبٖ

लिप्यंतरण:( Intaliqooo ilaa zillin zee salaasi shu'ab )

एक छाया[10] की ओर चलो, जो तीन शाखाओं वाली है।

सूरा अल-मुर्सलात आयत 30 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

10. छाया से अभिप्राय नरक के धुँवे की छाया है, जो तीन दिशाओं में फैली होगी।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Mursalat verse 30 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Mursalat ayat 29 which provides the complete commentary from verse 29 through 40.

सूरा अल-मुर्सलात सभी आयत (छंद)

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