कुरान मजीद-77:31 सुरा अल-मुर्सलात हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).
لَّا ظَلِيلٖ وَلَا يُغۡنِي مِنَ ٱللَّهَبِ
लिप्यंतरण:( Laa zaleelinw wa laa yughnee minal lahab )
जो न छाया देगी और न ज्वाला से बचाएगी।
सूरा अल-मुर्सलात आयत 31 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Mursalat verse 31 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Mursalat ayat 29 which provides the complete commentary from verse 29 through 40.
सूरा अल-मुर्सलात आयत 31 तफ़सीर (टिप्पणी)