Quran Quote  : 

कुरान मजीद-54:37 सुरा अल-क़मर हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

وَلَقَدۡ رَٰوَدُوهُ عَن ضَيۡفِهِۦ فَطَمَسۡنَآ أَعۡيُنَهُمۡ فَذُوقُواْ عَذَابِي وَنُذُرِ

लिप्यंतरण:( Wa laqad raawadoohu 'andaifeehee fatamasnaaa a'yunahum fazooqoo 'azaabee wa nuzur )

और निःसंदेह उन्होंने उसे उसके अतिथियों से बहकाने[5] का प्रयास किया, तो हमने उनकी आँखें मेट दीं। अतः मेरी यातना और मेरी चेतावनी का मज़ा चखो।

सूरा अल-क़मर आयत 37 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

5. अर्थात उन्होंने लूत (अलैहिस्सलाम) से अपने दुराचार के लिए फ़रिश्तों को, जो सुंदर युवकों के रूप में आए थे, अपने सुपुर्द करने की माँग की।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Qamar verse 37 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Qamar ayat 33 which provides the complete commentary from verse 33 through 40.

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