लिप्यंतरण:( Wa laqad ahlaknaaa ashyaa'akum fahal min muddakir )
और निःसंदेह हमने तुम्हारे जैसे कई समूहों को विनष्ट कर दिया, तो क्या है कोई नसीहत हासिल करने वाला?
सूरा अल-क़मर आयत 51 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Qamar verse 51 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Qamar ayat 47 which provides the complete commentary from verse 47 through 55.
सूरा अल-क़मर आयत 51 तफ़सीर (टिप्पणी)