लिप्यंतरण:( Thumma kallaa sa y'alamoon )
1. (1-5) इन आयतों में उनको धिक्कारा गया है, जो प्रलय की हँसी उड़ाते हैं। जैसे उनके लिए प्रलय की सूचना किसी गंभीर चिंता के योग्य नहीं। परंतु वह दिन दूर नहीं जब प्रलय उनके आगे आ जाएगी और वे विश्व विधाता के सामने उत्तरदायित्व के लिए उपस्थित होंगे।
The tafsir of Surah Naba verse 5 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Naba ayat 1 which provides the complete commentary from verse 1 through 16.
सूरा An-Nabaआयत 5 तफ़सीर (टिप्पणी)