लिप्यंतरण:( Wa lahul jawaaril mun sha'aatu fil bahri kal a'laam )
तथा उसी के अधिकार में हैं समुद्र में चलने वाले पहाड़ों जैसे जहाज़।
सूरा अर-रहमान आयत 24 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Ar-Rahman verse 24 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Rahman ayat 14 which provides the complete commentary from verse 14 through 25.
सूरा अर-रहमान आयत 24 तफ़सीर (टिप्पणी)