तो तुम दोनों अपने पालनहार की किन-किन नेमतों को झुठलाओगे?
सूरा अर-रहमान आयत 45 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Ar-Rahman verse 45 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Rahman ayat 37 which provides the complete commentary from verse 37 through 45.
सूरा अर-रहमान आयत 45 तफ़सीर (टिप्पणी)