तो तुम दोनों अपने पालनहार की किन-किन नेमतों को झुठलाओगे?
सूरा अर-रहमान आयत 51 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Ar-Rahman verse 51 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Rahman ayat 46 which provides the complete commentary from verse 46 through 53.
सूरा अर-रहमान आयत 51 तफ़सीर (टिप्पणी)