तो तुम दोनों अपने पालनहार की किन-किन नेमतों को झुठलाओगे?
सूरा अर-रहमान आयत 59 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Ar-Rahman verse 59 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Rahman ayat 54 which provides the complete commentary from verse 54 through 61.
सूरा अर-रहमान आयत 59 तफ़सीर (टिप्पणी)