लिप्यंतरण:( Wassamaaa'a rafa'ahaa wa wada'al Meezan )
1. (देखिए : सूरतुल-ह़दीद, आयत : 25) अर्थ यह है कि धरती में न्याय का नियम बनाया और उसके पालन का आदेश दिया।
The tafsir of Surah Ar-Rahman verse 7 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Rahman ayat 1 which provides the complete commentary from verse 1 through 13.
सूरा अर-रहमान आयत 7 तफ़सीर (टिप्पणी)