लिप्यंतरण:( Wa Yawma taqoomus Saa'atu Yawma'iziny yatafarraqoon )
और जिस दिन क़ियामत क़ायम होगी, उस दिन वे अलग-अलग हो जाएँगे।
सूरा अर-रूम आयत 14 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Ar-Rum verse 14 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Rum ayat 11 which provides the complete commentary from verse 11 through 16.
सूरा अर-रूम आयत 14 तफ़सीर (टिप्पणी)