Quran Quote  : 

कुरान मजीद-30:32 सुरा अर-रूम हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

مِنَ ٱلَّذِينَ فَرَّقُواْ دِينَهُمۡ وَكَانُواْ شِيَعٗاۖ كُلُّ حِزۡبِۭ بِمَا لَدَيۡهِمۡ فَرِحُونَ

लिप्यंतरण:( Minal lazeena farraqoo deenahum wa kaanoo shiya'an kullu hizbim bimaa ladaihim farihoon )

उन लोगों में से जिन्होंने अपने धर्म को टुकड़े-टुकड़े कर दिया, और कई गिरोह हो गए। प्रत्येक गिरोह उसी[12] पर खुश है, जो उसके पास है।

सूरा अर-रूम आयत 32 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

12. वह समझता है कि मैं ही सत्य पर हूँ और उन्हें तथ्य की कोई चिंता नहीं।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Ar-Rum verse 32 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Rum ayat 30 which provides the complete commentary from verse 31 through 32.

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