इसी प्रकार, अल्लाह उन लोगों के दिलों पर मुहर लगा देता है, जो नहीं जानते।
सूरा अर-रूम आयत 59 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Ar-Rum verse 59 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Rum ayat 58 which provides the complete commentary from verse 58 through 60.
सूरा अर-रूम आयत 59 तफ़सीर (टिप्पणी)