लिप्यंतरण:( Fasbir inna wa'dal laahi haqqunw wa laa yastakhif fannakal lazeena laa yooqinoon (section 6) )
22. अंतिम आयत में आप (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) को धैर्य तथा साहस रखने का आदेश दिया गया है। और अल्लाह ने जो विजय देने तथा सहायता करने का वचन दिया है, उसके पूरा होने और निराश न होने के लिए कहा जा रहा है।
The tafsir of Surah Ar-Rum verse 60 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Rum ayat 58 which provides the complete commentary from verse 58 through 60.
सूरा अर-रूम आयत 60 तफ़सीर (टिप्पणी)