Quran Quote  : 

कुरान मजीद-37:3 सुरा अस-साफ़्फ़ात हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

فَٱلتَّـٰلِيَٰتِ ذِكۡرًا

लिप्यंतरण:( Fattaaliyaati Zikra )

फिर (अल्लाह के) ज़िक्र (वाणी) की तिलावत करने वालों की।[1]

सूरा अस-साफ़्फ़ात आयत 3 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

1. ये तीनों गुण फ़रिश्तों के हैं जो आकाशों में अल्लाह की इबादत के लिए पंक्तिबद्ध रहते तथा बादलों को हाँकते और अल्लाह के स्मरण जैसे क़ुरआन तथा नमाज़ पढ़ने और उसकी पवित्रता का गान करने इत्यादि में लगे रहते हैं।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah As-Saffat verse 3 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Saffat ayat 1 which provides the complete commentary from verse 1 through 5.

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